BBA CA Full Form in Hindi, Full Form of BBA in Commerce: 12वीं करने के पश्चात छात्रों के सामने एक अनोखा संकट खड़ा हो जाता है। बहुत सारे छात्र यह डिसाइड नहीं कर पाते कि उन्हें भविष्य में क्या करना चाहिए। छात्र देश के भविष्य का निर्माण होते हैं।
ऐसे में छात्रों को सही गाइडेंस मिलना बहुत जरूरी हो जाता है। सही गाइडेंस का मिल पाना ही छात्रों को एक अच्छे और बेहतरीन कैरियर की और ले जाता है। बहुत सारे छात्रों को 12वीं के पश्चात कोर्स का चुनाव करने में मुश्किलें पैस आती हैं। सही गाइडेंस का ना होना इनमें से प्रमुख कारण होता है।
छात्रों को 12वीं के पश्चात की पढ़ाई के लिए प्रत्येक कदम बहुत सोच समझकर उठाना पड़ता है। क्योंकि 12वीं के पश्चात और जो भी कोर्स करेंगे उसी के आधार पर आपकी जिंदगी गुजरने वाली है।
जिस कोर्स का चुनाव बारहवीं कक्षा के बाद होता है, उसी क्षेत्र में छात्र की पढ़ाई चली जाती है। यहीं से तय होता है कि कोनसा छात्र डॉक्टर बनेगा और कौन सा छात्र इंजीनियर। ऐसे ही इसलिए ही छात्रों को 12वीं के पश्चात किसी भी कोर्स में जाने से पहले 10 बार सोचना पड़ता है। बहुत सारे बच्चे बीबीए कोर्स को अपने कैरियर विकल्प के रूप में चुनते हैं।
आज किस आर्टिकल में बीबीए कोर्स से संबंधित विषयों पर चर्चा करेंगे। आज के विषय में हम BBA करने से क्या होता है? बीबीए कौन सी डिग्री होती है? BBA कितने साल का होता है? बीबीए (BBA) में कितने सब्जेक्ट होते हैं? BBA कैसे करें? जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

BBA Full Form in Hindi. बीबीए का फुल फॉर्म क्या है?
बीबीए कोर्स को 12वीं कक्षा के पश्चात किया जाता है। बीबीए का फुल फॉर्म बैचलर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन होता है। बिजनेस क्षेत्र में बढ़ती संभावनाओं के कारण इस कोर्स की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रही है। बीबीए कोर्स को करने के पश्चात छात्रों को अच्छी सैलरी की नौकरी मिल पाना इस कोर्स के लोकप्रिय होने का प्रमुख कारण है।
BBA (बीबीए) में छात्रों को बीबीए में छात्रों को व्यवसाय संबंधी विषयों का अध्ययन करना पड़ता है। हिंदी भाषा में बीबीए को “व्यवसाय में स्नातक” कहा जाता है। बीबीए के लिए आपको कॉलेज ज्वाइन करना पड़ता है। जहां पर आपको स्नातक की डिग्री करने के लिए 3 साल का बीबीए कोर्स करना पड़ता है।
बीबीए कोर्स क्या है (BBA Course Kya hai)?
बीबीए कोर्स स्नातक स्तर का एक कोर्स है। दुनिया में बढ़ते हुए बिजनेस कारोबार को लेकर इस कोर्स को कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ाने के उद्देश्य से लाया गया। सबसे पहले 1960 में इस कोर्स को हार्वर्ड विश्वविद्यालय मैं शुरू किया गया।
यह कोर्स वर्तमान जीवन से प्रासंगिक होने की वजह से जल्दी ही पूरे विश्व में लोकप्रिय हो गया। इस कोर्स को मद्देनजर रखते हुए सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी होने कोर्स की महत्वता को समझा और सभी ने कोर्स को अपने अपने कॉलेज में शुरू किया गया।
मानव संसाधन, लेखांकन, अभियान प्रबंधन सहित कई विषयों पर अध्ययन किया जाता है। डीबीए कोर्स के करने के पश्चात अभ्यर्थी को कंपनियों में अच्छी खासी सैलरी पैकेज के साथ नौकरी मिल जाती है। जिसकी वजह से छात्रों को अपना कैरियर क्षेत्र में बनता हुआ दिखाई देता है।
बीबीए करने के पश्चात छात्रों को सेल्स, फाइनेंस, मार्केटिंग इत्यादि सेक्टर में जॉब के मिलने के अधिक चांसेस हो जाते हैं। “BBA CA Full Form in Hindi, Full Form of BBA in Commerce”
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बीबीए करने के लिए क्या क्या योग्यता होनी चाहिए। Eligibility Criteria for BBA?
दोस्तों अब आप सोच रहे होंगे कि बीबीए करने के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या होनी चाहिए। यदि आप भी अपना भविष्य बीबीए कोर्स को कर कर बनाना चाहते हैं. तो आपको बीबीए कोर्स के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के बारे में जान लेना बहुत जरूरी है। बीबीए करने के लिए आपको निम्नलिखित योग्यताओं को पूरा करना जरूरी होता है।
- बीबीए कोर्स करने के लिए आपका बारहवीं कक्षा का उत्तरण होना अनिवार्य है।
- बारहवीं कक्षा में आपके कम से कम 50% मार्क्स होना चाहिए।
- वैसे तो इस कोर्स को करने के लिए आयु संबंधी किसी प्रकार की रिस्ट्रिक्शन से नहीं होती हैं। मगर फिर भी अधिकतर छात्र इस कोर्स को 17 वर्ष से लेकर 25 वर्ष के बीच में करते हैं।
- बीबीए कोर्स को करने के लिए छात्र का बारहवीं कक्षा का पास होना जरूरी है। इसमें यह जरूरी नहीं कि छात्र ने किसी एक संकाय से ही 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की हो। आर्ट्स, साइंस या कॉमर्स किसी भी संकाय का छात्र इस कोर्स को कर सकता है।
- BBA (बीबीए) कोर्स को आप प्राइवेट या सरकारी कॉलेज से कर सकते हैं।
बीबीए कोर्स क्यों करें? Why Choose a BBA Course?
दोस्तों अब बात करते हैं कि बीबीए कोर्स को क्यों किया जाए। बीबीए कोर्स आपकी पर्सनैलिटी को बनाने के साथ-साथ आपके कैरियर को भी बुलंद ऊंचाइयों पर ले जाता है। इसके साथ साथ यह कोर्स आपकी समझ को बिजनेस में और बढ़ाता है। व्यवसाय की अच्छी समझ होने के साथ-साथ यह आपके व्यक्तित्व में भी निखार लाता है।
हमारे देश में प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। मगर भारत में वित्तीय साक्षरता दर बहुत ही कम है। लोगों को बिजनेस के बेसिक नियम भी नहीं पता है। जिनकी वजह से लोग अपने व्यवसाय को एक गति प्रदान नहीं कर पाते। व्यवसाय संबंधी ज्ञान नहीं होने के कारण बहुत सारे लोगों का व्यवसाय ठप हो जाता है।
यदि आप बीबीए कोर्स करते हैं, तो आपको व्यवसाय संबंधी सभी जानकारियों की प्राप्ति होती है। यदि आप वित्तीय रूप से साक्षर हैं तो आप अन्य लोगों के मुकाबले में अच्छे तरीके से मार्केट को समझ पाएंगे और व्यवसाय में भी वृद्धि करेंगे।
यदि आप अपनी पढ़ाई करने के पश्चात घर के बिजनेस को संभालना चाहते हैं, या फिर खुद का कोई बिजनेस खड़ा करना चाहते हैं, तो आपको बीबीए कोर्स को आपने डिग्री के रूप में अपनाना चाहिए। ताकि आपको भविष्य में आने वाले सभी प्रकार के खतरों और उतार-चढ़ाव के बारे में पूर्ण जानकारी हो। “BBA CA Full Form in Hindi, Full Form of BBA in Commerce”
BBA कोर्स कैसे करें? How to Take Admission in a BBA Course?
अब आपको बीबीए से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी मिल गई होंगी। तो अब आप अवश्य ही सोच रहे होंगे कि किस प्रकार से बीबीए कोर्स को किया जा सकता है। आइए जानते हैं। बीबीए कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको किस प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
जैसा की आप सबको पता है कि 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण होने के पश्चात बीबीए कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होती है। यदि आप प्रवेश परीक्षा में अच्छा स्कोर करते हैं, और अपनी सीट एंट्रेंस एग्जाम में सुरक्षित कर लेते हैं। तो आपको कॉलेज में एडमिशन दिया जाता है। बीबीए कोर्स के लिए विभिन्न यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट कराती हैं। जिनके माध्यम से छात्रों को बीबीए कोर्स में प्रवेश दिया जाता है।
देश की सर्वोच्च यूनिवर्सिटी अपने अपने लेवल पर इस कोर्स को कराने के लिए एंट्रेंस एग्जाम लेती हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी इसके लिए du-jat का एग्जाम लेती है। वहीं अन्य प्रमुख यूनिवर्सिटी भी इस कोर्स को कराने के लिए एग्जाम कंडक्ट कराती हैं।
- Entrance Exam
- UGAT
- DU JAT
- IPMAT
- NPAT UG
- SAT
यदि आप ऊपर दिए गए किसी एंट्रेंस में अच्छा से कॉल करते हैं, तो आपको एंट्रेंस के आधार पर कॉलेज में एडमिशन दे दिया जाता है। “BBA CA Full Form in Hindi, Full Form of BBA in Commerce”
प्रवेश परीक्षा के लिए विभिन्न विश्वविद्यालय
UGAT: यूजीएटी की फुल फॉर्म होती है: (The undergraduate aptitude test) अंडर ग्रेजुएट एटीट्यूड टेस्ट। इस टेस्ट को ऑल इंडिया मैनेजमेंट कमीशन के द्वारा कराया जाता है। जिसके माध्यम से छात्रों को बीसीए, बीबीए बीएचएम और एमबीए जैसे बड़े कोर्सेज में एडमिशन दिया जाता है।
DU JAT: जब भी हम किसी अच्छे शिक्षण संस्थान की बात करते हैं, तो दिल्ली यूनिवर्सिटी का नाम सबसे पहले विकल्प के रूप में आता है। छात्रों की चाह होती है कि उन्हें दिल्ली यूनिवर्सिटी के किसी कॉलेज में एडमिशन मिल जाए। ताकि उनको एक बेहतर प्लेटफार्म प्राप्त हो सके। DU JAT की फुल फॉर्म होती है: Delhi University joint admission test (दिल्ली यूनिवर्सिटी ज्वाइंट एडमिशन टेस्ट।) न्यू जेट के माध्यम से छात्रों को बीबीए, बीएएमस, एमबीए जैसे कोर्सेज में दाखिला दिया जाता है। छात्रों को इस प्रकार के टेस्ट के बारे में संपूर्ण जानकारी लेनी चाहिए। क्योंकि विश्वविद्यालयों के रूल्स और नियम प्रतिवर्ष बदलते रहते हैं। हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय में कॉमन एंट्रेंस टेस्ट लागू किया है। आगे से सभी कोर्स में दाखिला लेने हेतु छात्रों को कॉमन एंट्रेंस टेस्ट पास करना होगा।
IPMAT: integrated program in management and aptitude test (इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट एंड एप्टीट्यूड टेस्ट) इस टेस्ट को (IIM Indore) इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इंदौर के द्वारा कंडक्ट कराया जाता है।
NPAT UG: NPAT UG की फुल फॉर्म होती है: National program test after twelfth for Undergraduate. यह टेस्ट भी 12वी कक्षा के बाद होता है। जिसके माध्यम से छात्रों को बीबीए में प्रवेश मिलता है।
SAT: Scholastic Aptitude test. यदि आप बीबीए जैसे कोर्स को विदेश से करना चाहते हैं, तो आप स्कूल इस्टिक एप्टिट्यूड टेस्ट देकर यूनाइटेड स्टेट्स से बीबीए की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। “BBA CA Full Form in Hindi, Full Form of BBA in Commerce”
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बीबीए कोर्स की फीस कितनी होती है? Fee Structure of BBA Course?
जैसा कि हमने बताया इसको उसको आप प्राइवेट और सरकारी दोनों प्रकार की यूनिवर्सिटी से कर सकते हैं। सरकारी और प्राइवेट की फीस स्ट्रक्चर में काफी बड़ा अंतर होता है। इसलिए हमको बीवी को उसकी फीस के बारे में जान लेना चाहिए।
यदि आप किसी एंट्रेंस टेस्ट को लेकर बीबीए कोर्स में दाखिला लेते हैं, तो सरकारी यूनिवर्सिटी में इसकी फीस बहुत कम होती है। आप किसी सरकारी यूनिवर्सिटी में इस कोर्स कुछ ही पैसों में कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर यदि बात की जाए प्राइवेट यूनिवर्सिटी की तो इन कॉलेज और यूनिवर्सिटी में बीबीए कोर्स की फीस काफी महंगी होती है।
प्राइवेट यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने हेतु आपको किसी प्रकार का एंट्रेंस टेस्ट नहीं देना होता है, तो आपको फीस थोड़ी अधिक देनी पड़ती हैं। बीबीए कोर्स के लिए प्राइवेट यूनिवर्सिटी ₹100000 से लेकर ₹200000 तक की फीस वसूलती हैं।
बीबीए कोर्स का सिलेबस क्या है? BBA Course Syllabus (BBA Full Form)
आइए दोस्तों जानते हैं बीबीए कोर्स के अंतर्गत पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम के बारे में। बीपी कोर्स में आपको 6 सेमेस्टर में अलग-अलग विषयों के बारे में पढ़ना होता है। यह 3 साल का कोर्स 6 समेस्टर में बांटा जाता है। कोर्स को पूरा करने के लिए आपको 6 सेमेस्टर के सभी पेपर्स में पास होना पड़ता है। “BBA CA Full Form in Hindi, Full Form of BBA in Commerce”
First Semester Subjects:
- व्यावसायिक संपर्क (Business Communication)
- वित्तीय लेखांकन (Financial Accounting)
- व्यावसायिक अर्थशास्त्र (Business Economics)
- व्यापार कानून (Business Law)
- कंप्यूटर अनुप्रयोग (Computer Application)
- प्रबंधन लेखांकन (Management Accounting)
Second Semester Subjects:
- पर्यावरण प्रबंधन (Environmental Management)
- संगठनात्मक व्यवहार (Organizational Behavior)
- व्यावसायिक गणित (Business Mathematics)
- व्यापारिक वातावरण (Business Environment)
- लाभ योजना और नियंत्रण (Profit Planning and Control)
- प्रबंधन लेखांकन (Management Accounting)
Third Semester Subjects:
- विपणन के विचार (Marketing Concept)
- व्यवसाय वित्त – I (Business Finance – I)
- कंप्यूटर अनुप्रयोग (Computer Application)
- उत्पाद विधि (Production Method )
- जनशक्ति प्रबंधन (Manpower Management)
- व्यावसायिक आंकड़े (Business Statistics)
Fourth Semester Subjects:
- ऑपरेशन अनुसंधान (Operation Research)
- कार्यालय प्रबंधन (Office Management)
- व्यवसाय वित्त – II (Business Finance)
- बिक्री और वितरण प्रबंधन (Sales & Distribution Management)
- औद्योगिक कानून (Industrial Law)
- अनुसंधान क्रियाविधि (Research Methodology)
Fifth Semester Subjects:
- बैंकिंग कानून और अभ्यास (Banking Law & Practice)
- भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy)
- प्रबंधन सूचना प्रणाली (Management Information System)
- मानव संसाधन विकास (Human Resources Development)
- विज्ञापन और जनसंपर्क (Advertising & Public Relations)
- ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण रिपोर्ट (Summer training Report)
Sixth Semester Subjects:
- उद्यमी विकास (Entrepreneurial Development)
- अंतरराष्ट्रीय विपणन (International Marketing)
- वित्तीय संस्थानों और बाजार (Financial Institutions and Markets)
- कॉर्पोरेट योजना और सामरिक प्रबंधन (Corporate Planning & Strategic Management)
- मार्केटिंग सेवाएं (Marketing Services )
- व्यापक स्वर – स्वर (Comprehensive viva voice)
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बीबीए कोर्स करने के फ़ायदे? Benefits of BBA
- इस कोर्स को करने के पश्चात आपको व्यवसाय करने के रूल्स और नियम पता लग जाते हैं। आप आसानी से इस क्षेत्र में अपना खुद का व्यवसाय कर कर अपना करियर बना सकते हैं।
- किसी भी बिजनेस के सभी पहलुओं के बारे में आपको गहरी नॉलेज प्राप्त होती हैं।
- व्यवसाय से संबंधित फैसले लेने की दर्शक की बढ़ती है और व्यवसाय से संबंधित ज्ञान अर्जित होता है।
- व्यवसाय में आने वाले सभी प्रकार के प्रभावी कारको के बारे में भी पहले से ही जानकारी प्राप्त हो जाती हैं। यह आपकी बिजनेस स्किल्स को बेहतर बनाती हैं।
- बीपी करने के पश्चात आपको बिजनेस मैनेजमेंट की अच्छी खासी समझ आ जाती है।
बीबीए के बाद कोनसा कोर्स होता है? Courses after BBA?
कुछ छात्र बेबी करने के पश्चात भी अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं। क्योंकि उन्हें इस क्षेत्र में अधिक रूचि होने के कारण वह बिजनेस मैनेजमेंट के कोर्स को पूरी तरह से जान लेना चाहते हैं। इसलिए ही बीवी के बाद के कोर्स का विकल्प सर्च करते हैं बीबीए के बाद एमबीए कर सकते हैं। एमबीए खास विषय में होती है।
यदि आप एमबीए की डिग्री प्राप्त कर लेते हैं तो आपके नौकरी लगने के चांसेस बहुत ही ज्यादा बढ़ जाते हैं। एमबीए करने के पश्चात आपको बहुत अच्छी प्लेसमेंट मिल जाती है। “BBA CA Full Form in Hindi, Full Form of BBA in Commerce”
Name of Course after BBA Course
- MBA (Master of Business Administration)
- MMS ( Master of Management studios)
- PGPM (Post Graduate Program in Management)
- LLB ( Bachelor of Law )
- PGDM ( Post Graduate Diploma in Management )
- B.Ed. (Bachelor of Education)
भारत के बेस्ट बीबीए कॉलेज – Best BBA Colleges in India
दोस्तों यदि हम बीबीए कोर्स को इस अच्छी यूनिवर्सिटी का कॉलेज से करते हैं, तो हमको इसके लिए इससे करने का फायदा यह होता है कि हमारी कॉलेज से ही प्लेसमेंट हो जाती है। और कॉलेज से ही अच्छे पैकेज की जॉब हमको मिल जाती हैं।
इसलिए हम सब की यही इच्छा होती है कि बीबीए को एक अच्छे कॉलेज से किया जाए। ताकि आसानी से हम को जॉब मिल सके। नीचे दिए गए भारत के बेस्ट बीबीए कॉलेज की सूची है।
- NMIMS: Narsee Monjee Institute of Management Studies Deemed University (Mumbai)
- New Horizon College, Kasturi Nagar (Bangalore)
- Roorkee College of Engineering
- Mysore Institute of Commerce and Arts
- Flame University (Pune)
- Loyola College (Chennai)
- Christ University (Bangalore)
- Shaheed Sukhdev College of Business Studies (New Delhi)
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बीबीए के बाद कौन-कौन सी जॉब मिल सकती हैं?
अक्सर देखा जाता है कि छात्रों को इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होती की बीबीए करने के पश्चात उनको किन-किन क्षेत्रों में जॉब मिल सकती हैं। ऐसे में वह उन सभी क्षेत्रों में फॉर्म अप्लाई नहीं कर पाते हैं, जिनमें उनको करना चाहिए। हालांकि बीबीए एक बहुत वार्ड कोर्स है। जिसके लिए बहुत सारी जॉब्स अवेलेबल है।
बीबीए से डिग्री प्राप्त छात्रों की मार्केट में बहुत मांग होती है और बीबीए की डिग्री करने के पश्चात छात्रों को आसानी से कंपनियों में जॉब मिल जाते हैं। इसलिए हम सब को यह जानना बहुत जरूरी होता है कि बीबीए के पश्चात किन-किन क्षेत्रों में छात्रों को जॉब मिल सकती हैं।
- Marketing Executive (विपणन कार्यकारी)
- HR Manager (मानव संसाधन प्रबंधक)
- Sales Executive (बिक्री कार्यकारी)
- Finance Analyst (वित्त विश्लेषक)
- Business Development Executive (व्यवसाय विकास कार्यकारी)
- Finance Manager (वित्त प्रबंधक)
- Marketing research Analyst (विपणन अनुसंधान विश्लेषक)
- Management Trainee (प्रबंधन प्रशिक्षार्थी)
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Conclusion (BBA Full Form in Hindi)
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय के बारे में चर्चा की। हमने इस आर्टिकल में जाना कि “BBA CA Full Form in Hindi, Full Form of BBA in Commerce” बीबीए कोर्स क्या होता है,और बीबीए कोर्स करने के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं। हमारे आस पास बहुत सारे ऐसे कोर्स होते हैं, जिनमें कैरियर बनाने की अपार संभावनाएं मौजूद होती हैं।
मगर हमको सही ज्ञान ना होने के कारण वह कोर्स उन कोर्सेज की तरफ ध्यान ही नहीं जाता। बीबीए अभी इसी प्रकार का कोर्स है। जिसके करने के पश्चात आपको प्राइवेट सेक्टर में आसानी से जॉब मिल जाती है। यदि आप इस क्षेत्र में एमबीए करते हैं, तो आपके लिए लाखों करोड़ों के पैसे की भी नौकरी मिल सकती हैं।
यदि आपके पास बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन का अच्छा ज्ञान है, तो आपको बहुत अच्छी-अच्छी कंपनियां अपनी कंपनी में लेने के लिए ऑफर देंगी। बीबीए कोर्स के बारे में हमने आज संपूर्ण जानकारी प्राप्त की।
यदि आपका कोई दोस्त बारहवीं कक्षा के बाद इस कंफ्यूजन में हो कि उसे क्या करना चाहिए। तो आपको उसे यह आर्टिकल जरूर भेजना चाहिए। ताकि उसे इस महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में पता लग सके। ऐसी ही अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए आप हमारी वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। जहां पर कैरियर से संबंधित बहुत सारी जानकारियां आपके लिए साझा की गई हैं।
FAQ Related to BBA Full Form
डीबीए कोर्स होता है जिसका पूरा नाम बैचलर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन होता है। इसको कोर्स को करने के पश्चात छात्रों को व्यवसाय संबंधित विषयों का अच्छा ज्ञान प्राप्त हो जाता है। बीबीए से डिग्री प्राप्त छात्रों को कंपनियों में आसानी से जॉब मिल जाती हैं। बीबीए से डिग्री प्राप्त छात्रों के लिए उद्योग व्यवसाय में विभिन्न प्रकार की जॉब निकाली जाती हैं।
BBA 3 साल की डिग्री होती है। बीबीए को बैचलर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के नाम से जाना जाता है।
बीबीए एक डिग्री कोर्स होता है। अन्य डिग्री कोर्स की तरह ही भारत में यह कोर्स 3 साल का कराया जाता है। बीवी को आप 12वीं कक्षा में उत्तीर्ण होने के पश्चात कर सकते हैं।
BBA (बीबीए) तीन साल का कोर्स होता है। इसमें 6 सेमेस्टर होते हैं। 6 सेमेस्टर में लगभग 36 सब्जेक्ट होते हैं। प्रत्येक सेमेस्टर आपको 6 पेपर देने होते हैं।
बीबीए करने के लिए सबसे पहले तो आपका 12वीं कक्षा में 50% मार्क से उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके पश्चात आपको सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस टेस्ट देना होता है। एंट्रेंस टेस्ट में पास होने के पश्चात आपको सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिल जाता है। यदि आप एंट्रेंस टेस्ट में फेल हो जाते हैं, तो आप यह कोर्स प्राइवेट कॉलेज से भी कर सकते हैं। प्राइवेट कॉलेज में इस कोर्स के लिए किसी प्रकार का कोई टेस्ट नहीं होता। आपको फीस भरकर एडमिशन लेना होता है।